Skip to main content

Posts

Showing posts with the label bjp

लोकसभा चुनाव 2024: राजसमंद में भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने नामांकन किया दाखिल

राजसमंद। लोकसभा चुनाव 2024 के चलते आज नामांकन के अंतिम दिन राजसमंद लोकसभा सीट से कांग्रेस और भाजपा दोनों प्रत्याशियों ने कलेक्ट्रेट में जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष अपना अपना नामांकन दाखिल किया। बता दें कि सबसे पहले कांग्रेस प्रत्याशी दामोदर गुर्जर ने अपना नामांकन पेश किया। तो वहीं इसके पश्चात भाजपा से महिमा कुमारी ने अपना नामांकन दाखिल किया। तो वहीं इसके बाद दोनों प्रत्याशियों की ओर से राजसमंद के कांकरोली में चुनावी सभा आयोजित की गई। भाजपा की चुनावी सभा में राजस्थान की डिप्टी सीएम दिया कुमारी, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी सहित जिले के चारों विधायकों के साथ जिलाध्यक्ष मानसिंह बारहठ ने भी सभा में शिकरत की।  कांकरोली में आयोजित हुई चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राजसमंद की डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने राजसमंद की जनता को धन्यवाद दिया। तो वहीं उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने राजसमंद लोकसभा के विकास के लिए भी कोई कमी नहीं छोड़ी है। राजस्थान में डबल इंजन की सरकार है। कांग्रेस की सरकार में जनता परेशान हुई थी। राजसमंद लोकसभा में जो काम अधूरे रह गए थे उन्हे अब महिमा कुमारी पूरा करेंगी। पीएम मोदी को दे

गहलोत सरकार को जनता की नहीं ख़ुद के हितों की चिंता-वसुन्धरा राजे

सवाईमाधोपुर/जयपुर। राजस्थान की पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे परिवर्तन यात्रा के शुभारंभ के अवसर पर सवाईमाधोपुर में अपने संबो​धन में गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा। राजे ने कहा कि राजस्थान के हिस्से का एक बूंद भी पानी कम नहीं होने देंगे। चाहे उन्हें कितना ही खून-पसीना बहाना पड़े। राजे ने कहा कि गहलोत सरकार को जनता के हितों की नहीं ख़ुद के हितों की चिंता है। राजे ने कहा कि ईआरसीपी को जमीन पर लाने के लिये उनकी भाजपा सरकार ने 25 अगस्त 2005 को मध्यप्रदेश के साथ नदियों के पानी के बंटवारे को लेकर समझौता किया। लेकिन दुर्भाग्य से गहलोत सरकार आगई और ईआरसीपी ठंडे बस्ते में डाल दी गई। राजे ने कहा कि हमारी दोबारा सरकार आई तो हमने डीपीआर बना कर इसका काम आगे बढ़ाया। वर्ष 2017-18 व 2018-19 में बजट घोषणा कर नवनेरा बैराज व ईसरदा बांध का काम शुरू किया, लेकिन कांग्रेस सरकार ने ईआरसीपी को पूरा करने के लिये साढ़े 4 साल में कोई गंभीर प्रयास नहीं किया। इसलिये 13 जिलों की जनता प्यासी रही। जबकि मध्यप्रदेश ने तो समझाते के अनुसार मोहनपुरा और कुंडालिया बांध बना लिये। जिनसे उस क्षेत्र को 2.25 लाख हैक्टेयर सिंचाई और पे