रमेश शर्मा (ब्यूरो चीफ) जैसलमेर— नगर परिषद् आयुक्त सुखराम खोखर की कार्यशैली पर जिले के लोगों की राय कि अपने तरीके से बनाते है नियम बता दें कि पूर्व में आयुक्त द्वारा गडीसर के आगोर में लगे एक हजार पौधों पर बुलडोजर चलवा दिया उसकी दस दिनों तक चर्चा चली अब ठंडे बस्ते में वो कार्य उस कार्यवाही पर लोगों के विरुद्ध fir करवा मामले को ठंडा कर दिया क्योंकि जिस पर रिपोर्ट दर्ज हुई है वो कांग्रेस के कार्यकर्ता और समाज सेवी थे अभी सरकार भी कांग्रेस की तो आशय यह है कि बगैर राजनीति संरक्षण के उक्त कार्य नहीं हो सकता फिर इतना विरोध क्यों और आयुक्त के खिलाफ कुछ नहीं।
इतना ही नहीं इसके बाद आयुक्त खोखर द्वारा व्यर्थ पानी बहाव पर पांच उपभोक्ताओं को पेनल्टी भी लगाई गई लेकिन सोचने वाली बात यह है कि इस पेनल्टी का औचित्य क्या बता दें कि शहर में पानी सप्लाई का कोई टाईम निर्धारित नहीं है जब मर्जी आए पानी सप्लाई कर देते है और भुगतना उपभोक्ताओं को पड़ रहा है। अगर ऐसे ही आयुक्त पेनल्टी लगाएंगे तो नगर परिषद् के विरुद्ध भी पेनल्टी लग सकती है इसका पहला कारण कि शहर में जगह जगह पाइप लाइन टूट्टी हुई है जब पानी सप्लाई होता है तब सड़कों पर हजारों लीटर पानी व्यर्थ बहता है।
इस पर नगर परिषद् पर पेनल्टी लगनी चाहिए ओर उसके बाद सप्लाई का एक टाईम निर्धारित कर टूटी पाइप लाईन को सही करवा कर लोगों को पांबद करना चाहिए और पानी सप्लाई का एक टाईम भी निर्धारित होना चाहिए जिससे पानी व्यर्थ नहीं होगा अभी शहर में कुछ मोहल्लों में सुबह 6 बजे कभी दोपहर 3 बजे सायं 7 बजे और लास्ट रात 10 बजे तक कभी भी सप्लाई शुरू कर देते हैं ऐसे मे पेनल्टी भी उपभोक्ताओं पर लगा देते है।
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