जयपुर। सरकार द्वारा पृथ्वीराज नगर क्षे, की आवासीय कॉलोनियों के नियमन एवं विकास दर बढ़ाने के फैसले का पूर्व नगरीय विकास मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने कड़ी निंदा की है। प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने राजस्थान कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार द्वारा 100 वर्गगज तक के गरीब लोगों के नियमन एवं विकास शुल्क पर 20 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी की हैं तो वहीं दूसरी ओर भूमाफियाओं के 1000 वर्गगज के बड़े भूखंडों का कब्जा लेने की बजाय नियमितिकरण का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण हैं। सरकार ने अपने इस फैसले से गरीबों की जेब काटने और भूमाफियाओं की जेबें भरने का काम किया जो अब जनता के सामने बेनकाब हो गया है।
शेखावत ने बताया कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा अंतिम रूप से अवाप्त जमीन के नियमितिकरण करने का निर्णय केवल गरीब लोगों द्वारा आवास बना लिये जाने के कारण मानवीय आधार पर लिया था और इसलिये नियमितिकरण एवं विकास की दर को गरीब द्वारा सहन किये जाने योग्य बनाया था। 1000 वर्गगज से उपर के भूमाफियाओं के भूखंडों को कब्जे में लेकर उनके बेचान से राजस्व प्राप्त कर पृथ्वीराज नगर के विकास की एकीकृत योजना तैयार की थी और इस राजस्व मॉडल को सरकार द्वारा भूमाफियाओं से मिलकर नेस्तनाबूत कर विकास के नाम पर गरीब के सिर पर भार डालने का यह जो काम किया गया है वह बेहद ही शर्मनाक है।
उन्होंने कहा कि जेडीए दिवालियेपन के कगार पर है और इसी के चलते अपने कर्मचारियों के वेतन के लिए भी उसे जुगाड़ करना पड़ रहा है। जेडीए में दिवालियेपन के चलते ही कांग्रेस सरकार पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की सारी योजनाओं को यो तो बंद कर दिया है या फिर पूर्णत: शिथिल कर दिया गया है। पूर्व मंत्री ने इसका उदारहण दिया जैसे द्रव्यवती नदी के सौंदर्यीकरण की योजना,झोटवाड़ा एलिवेटेड रोड, सोडाला—अंबेडकर सर्किल एलिवेटेड रोड का काम लगभग ठप है।
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