देवेंद्र शर्मा...
जयपुर। पड़ोसी देश चीन में कोरोना वायरस से हो रही मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। कोरोना वायरस के चलते दुनियाभर में दहशत का माहौल बना हुआ है तो वहीं भारत में इस वायरस से बचने के लिए सतर्कता बरती जा रही है। बता दें कि भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने वायरस जैसे खतरे को भापते हुए एक एडवाइजरी जारी की है। जिसमें बताया गया है कि होम्योपैथिक की कुछ दवाओं से इस खतरे को टाला जा सकता है। इसमें से एक दवा का नाम आर्सेनिकम एल्बम 30 कोराना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोक सकती है।
वहीं राजस्थान होम्योपैथिक यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. ताड़केश्वर जैन से कोरोना वायरस के बारे में बात की गई तो डॉ. जैन ने इस वायरस को लेकर विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि कोराना वायरस के तीन प्रमुख लक्षण पाए जाते हैं जिसमें पहला बुखार,दूसरा खासी और तीसरा है श्वास का उखड़ा ये तीन मुख्य लक्षण है इसके अलावा मरीज की नाक बहना,छिंके आना,गले में खरास व अत्यधिक कमजोरी और बेचैनी होना से भी कुछ लक्षण हैं जो कोरोना वायरस के मरीज में पाये जाते हैं।
उन्होंने कहा कि कोराना वायरस तेजी से फैलना है। वायरस से संक्रमणित मरीज अगर स्वस्थ व्यक्ति के संपर्क में रहता है उसे यह वायरस जकड़ लेता है। यदि संक्रमणित मरीज स्वस्थ्य व्यक्ति के पास छिंकता है या फिर उसके कपड़े पहनता है तो यह कोरोना वायरस जल्द उसको जकड़ने में कामयाब हो सकता है।
डॉ. ताड़केश्वर जैन ने बताया कि अभी इस वायरस से निजात दिलाने वाली कोई भी मेडिसिन नहीं बनी है। डॉ. जैन ने बताया कि होम्योपैथिक में इसके लिए काफी प्रभावी दवाइयां मिल सकती है। क्योंकि होम्योपैथिक एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जो कि मरीज का लक्षण के आधार पर उपचार करती हैै और जैसे लक्षण कोरोना वायरस के इफेंटेव पैसेंट में पाये जाते हैं ऐसे ही लक्षण होम्योपैथिक की कुछ दवाइयों में पाये जाते हैं और इन्हीं लक्षणों को मिलाकर उपचार किया जाए तो दवाइयां काफी असरदार साबित हो सकती हैं तो वहीं इस बीमारी के रोकथाम और उपचार में सहायता मिल सकती है।
डॉ. जैन ने कुछ प्रमुख दवाइयों के नाम बताए जिसमें जेलसिमियम, आर्सेनिकम, बेलाडोना, फेरमफोर, जसटिसिया इत्यादि दवाइयां हैं जिन्हें चिकित्सकीय सलाह से लिया जाए तो यह वायरस की रोकथाव व उपचार दोनों में ही प्रभावी रूप से साबित हो सकती है।
Comments
Post a Comment