देवेंद्र शर्मा...
राजस्थान कांग्रेस के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और मध्यप्रदेश भाजपा से राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया जल्द ही अपनी अपनी पार्टी की जीत के लिये सियासी जंग के मैदान में उतरेंगे. बता दें कि मध्यप्रदेश में अगले ही महीने विधानसभा उपचुनाव 2020 प्रस्तावित है. मध्यप्रदेश में यह उपचुनाव 27 सीटों के लिये होना. इन 27 सीटों में से 16 सीटें ऐसी हैं जो कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया. इनमें भाजपा से राज्यसभा सांसद बने ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाले क्षेत्र ग्वालियर और चंबल हैं और 16 सीटों में से भी 9 सीटें गुर्जर बाहुल्य है.
ऐसे में राजनीतिक गलियारों में चर्चा हो रही है कि सिंधिया के राजनीतिक किले में सेंध लगाने के लिये कांग्रेस आलाकमन ने रणनीति तैयार की है. जिसमें उन्हीं के दोस्त सचिन पायलट को इन गुर्जर बाहुल्य सीटों पर प्रचार के लिये भेजा जा सकता है. दरअसल ये गुर्जर बाहुल्य 6 सीटें राजस्थान के जिलों के संपर्क में है. ऐसे में पायलट गुर्जर बाहुल्य क्षेत्र में प्रचार के लिये उतरते हैं तो सिंधिया और उनकी पार्टी के लिये परेशानी खड़ी कर सकते हैं.
सूत्रों का कहना है कि मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव 2020 में प्रचार प्रसार के लिये मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सिफारिश की है. बताया जा रहा है कि राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन ने इस संदर्भ में सचिन पायलट से चर्चा की है.
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