राजस्थान भाजपा के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने भीषण गर्मी से उत्पन्न हो रही पेयजल समस्या को लेकर सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राजस्थान की सरकार विधानसभा के अंदर बजट के दौरान घोषणाएं बड़ी-बड़ी करती है कि प्रत्येक विधानसभा के अंदर 10 ट्यूबवेल और 40 हैण्डपंप लगवाने का काम करेंगे। लेकिन भौतिक सत्यापन अगर करते हैं तो कई विधानसभा क्षेत्रों के अंदर ऐसी स्थिति है जहां हैण्डपम्प सफल ही नहीं है, सिर्फ सरकारी पैसो की बर्बादी है।
शर्मा ने कहा कि हम चाहते हैं कि जितने हैंडपंपों का जो खर्चा है, उस खर्चे के अंदर उन विधानसभाओं में ट्यूबवेल की स्वीकृति दी जावे और दूसरी ओर सरकार कह रही है कि हम एक विधानसभा में 10 ट्यूबवेल पेयजल समस्या के समाधान के लिए दे रहे हैं लेकिन इधर अधिकारियों का कहना ये है कि जिन ग्राम पंचायतों या राजस्व ग्रामों में जल जीवन योजना अंतर्गत योजना स्वीकृत हो गई वहां मुख्यमंत्री के बजट घोषणा के हैंडपंप और ट्यूबेल हम नहीं करेंगे। तो फिर आखिरकार जल जीवन मिशन की योजना स्वीकृत हुई है वह कब धरातल के ऊपर आएगी? क्या जनता तब तक प्यासी मरेगी?
विधायक शर्मा ने कहा कि मैं चाहूंगा कि जनता जल योजना के अंतर्गत कोई योजना स्वीकृत है और अगर उसमें तीन ट्यूबेल स्वीकृत है तो एक ट्यूबवेल इमरजेंसी में अभी कर दे और दो ट्यूबेल बाद में कर दें। इसके लिए कोई ना कोई रास्ता निकालें ताकि समस्या का समाधान हो सके। लेकिन अधिकारियों की मंशा नहीं है कि धरातल पर कोई काम हो और जनता से जुड़ी समस्या का समाधान हो।
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