ब्रह्माकुमारी द्वारा आयोजित 'आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर' कार्यक्रम, मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा-"प्रधानमंत्री ने जबसे आजादी के अमृत महोत्सव को मनाने की घोषणा की,तबसे लगातार कार्यक्रम चल रहे हैं"
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, स्पीकर लोकसभा ओम बिड़ला, राज्यपाल राजस्थान कलराज मिश्र, केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, कैलाश चौधरी, अर्जुन मेघवाल, नेता प्रतिपक्ष राजस्थान गुलाबचंद कटारिया, बीके मोहिनी बहन, मृत्युंजय भाई उपस्थित अन्य तमाम गणमान्यजन, एके राज, सुश्री रितु फोगाट और परम श्रद्धेय दादी डॉ. रतन मोहिनी के सानिध्य में ये कार्यक्रम अपने आप में एक महत्व रखता है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का निर्णय लिया, इसके लिए साधुवाद के पात्र हैं। प्रधानमंत्री ने जबसे घोषणा की है आजादी के अमृत महोत्सव को मनाने की, तबसे लगातार कार्यक्रम चल रहे हैं और मुझे खुशी है कि आजादी जिस प्रकार से हमें मिली है, त्याग, बलिदान व कुर्बानी से, उसको याद करने का इससे अच्छा मौका कोई हो नहीं सकता। 75 वर्ष के आजादी के उत्सव को मनाने जा रहे हैं और पूरे देश के अंदर कोई न कोई प्रोग्राम चलते ही रहते हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय का अपना एक अलग महत्व है, मुझे भी बचपन से ही जब कभी भी जाने का अवसर मिलता माउंट आबू, तो दादी मां के दर्शन करने का, उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर मिला। अभी जब ओम शांति की आवाज गूंज रही थी, तो मुझे बचपन याद आ गया जब मैं गया था वहां माउंट आबू, तो तत्कालीन दादी मां ने मुझे ये कहा कि आप जब कभी कोई तनाव भी हो आपस के अंदर, ओम शांति, ओम शांति, ओम शांति बोल लें, तो एकदम वातावरण शुद्ध हो जाता है, आपस में जो तनाव है वो समाप्त हो जाता है और उसी उद्देश्य को लेकर मैं समझता हूं कि सालभर तक कोई न कोई प्रोग्राम ये विश्वविद्यालय करता रहता है, इस बात की मुझे जानकारी भी है। यहां पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लगाकर केंद्रीय मंत्री, राज्यपाल लगातार आते रहते हैं और माउंट आबू मैं समझता हूं कि उसका नाम देश और दुनिया में अगर अपनी पहचान रखता है, तो उसके पीछे हमारे प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय और जो वहां पर आश्रम बना हुआ है, उसका एक बहुत बड़ा कारण है।
उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि हमारा गौरवशाली इतिहास रहा है और इतिहास जो बनाया गया है आजादी का, उसका महोत्सव हम मना रहे हैं, तो हम महात्मा गांधी को याद करें, पंडित जवाहर लाल नेहरू को याद करें, सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद करें, मौलाना अबुल कलाम आजाद को याद करें, संविधान निर्माता अंबेडकर को याद करें व साथ-साथ में जितने ही बड़े-बड़े, गोपाल कृष्ण गोखले, लोकमान्य तिलक से लगाकर कितने ही बड़े-बड़े महापुरुष हुए हैं जिन्होंने हमें आजादी दिलाई और उसके कारण ही आज हम 75 साल से इस देश को, जब आजादी मिली हमें तो क्या था,
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज 75 साल में हम लोग इस देश को कहां से कहां ले गए और प्रधानमंत्री मोदी जी जब जाते हैं तो दुनिया के मुल्कों में, तब जो मान-सम्मान मिलता है। इस देश को क्योंकि देश ने जो तरक्की की है इन 75 साल में विज्ञान व तकनीकी सहित हर क्षेत्र के अंदर, उसका आज देश और दुनिया लोहा मानती है। इसलिए मुझे खुशी है कि ये एक अभियान जो हमारी खुद की जो पहचान है देश की दुनिया के अंदर, ये कोई मामूली नहीं है, हमारे प्राचीन काल से ही वसुधैव कुटुंबकम की बात की गई है, हम कल्पना कर सकते हैं कि हमारे ऋषि-मुनियों ने, हमारे पूर्वजों ने जो प्राचीन काल से ही वसुधैव कुटुंबकम, पूरा विश्व ही हमारा कुटुंब है और जय जगत विनोबा भावे ने कहा, जगत की जय हो, ये भावना रखने वाला मुल्क हमारा हिंदुस्तान हमारा मुल्क है और हमें इस बात का बहुत गर्व महसूस होता है।
Comments
Post a Comment