जयपुर। राजस्थान विधानसभा की ना पक्ष लॉबी में मंगलवार को भाजपा विधायक दल की बैठक आयोजित हुई। भाजपा विधायक दल की बैठक लगभग 1 घंटे से ज्यादा समय तक चली। इस बैठक में मुख्य रूप से सत्ता पक्ष को घेरने को लेकर रणनीति की रूप रेखा पर बातचीत की गई। भाजपा ने अपने सभी विधायकों को सरकार को घेरने के लिए अलग अलग टास्क दिए। टास्क में मुख्य रूप से विधायकों को कहा गया कि कांग्रेस सरकार ने चुनाव के वक्त जो वादे किए थे उनमें से अभी तक कौनसे वादे व कौनसी घोषणा अधूरी है उस पर अध्ययन करते हुए सरकार को घेरने की तैयारी करें।
तो वहीं विधायक दल की बैठक में नए विधायकों को भाजपा के वरिष्ठ विधायकों के अनुभव का लाभ लेने के साथ साथ सदन में सभी विधायकों को अपनी उपस्थित सुनिश्चित रखने की भी की भी बता कही गई। भाजपा विधायक दल की बैठक में सत्ता पक्ष को घेरने पर बनी रणनीति में रीट मामले की सीबीआई जांच, प्रदेशाध्यक्ष पर हमला, प्रदेश की कानून व्यवस्था, महिला अपराध, बेरोजगारों के मुद्दे पर सरकार को घेरने पर जोर दिया गया।
बता दें कि भाजपा विधायक दल की बैठक की अध्यक्षता नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने की। इस बैठक में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, विधायक रामलाल शर्मा सहित कई विधायक बैठक में शामिल हुए।
विधायक दल की बैठक में भाग लेने जैसे ही सदन के बाहर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की गाड़ी रूकी तो वहां मौजूद कुछ विधायकों ने उनकी अगवानी की। कन्हैयालाल चौधरी, गोपीचंद मीणा, अशोक लाहोटी, सुरेश रावत, अर्जुन लाल जीनगर, अभिनेष महर्षि, संजय शर्मा, जब्बर सिंह सांखला, हमीर सिंह भायल, रामप्रताप कासनिया, धर्मनारायण जोशी सहित अन्य विधायकों ने वसुंधरा राजे की अगवानी की।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा विधायक दल की बैठक के दौरान राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सांसद के घर पर हुए हमले का मुद्दा उठाया। वसुंधरा राजे ने कहा कि जब सांसद दुष्यंत सिंह के घर पर हमला हुआ था तब क्यों नहीं बोल? इस पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष पूनिया ने जवाब देते हुए कहा कि उस दौरान हमने इस मामले की भर्त्सना की थी।
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