जयपुर। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा का कहना है कि यह तो सुना था कि विकास के लिए अलग-अलग विभाग है और अलग-अलग उद्योग है और अलग-अलग विभागों की शिकायते भी समय- समय पर मिलती है।
लेकिन गहलोत सरकार में पहली बार देखने को मिल रहा है कि एक ट्रांसफर उद्योग राजस्थान सरकार ने बनाने का काम इस शासनकाल के दौरान किया है। जो भी कर्मचारी, अधिकारी अपनी मनचाही पोस्टिंग चाहते हैं, वो सरकार को मनचाही रकम दो और अपना ट्रांसफर या पोस्टिंग करवाने का काम करो।
शर्मा ने कहा कि कोरोना के दौरान कई नर्सिंग स्टॉप और चिकित्सक अपनी जान को जोखिम में डालकर लोगों की सेवा करने का काम किया और उन्होंने लगातार कई महीनों तक सेवा देने के उपरांत अब सरकार ने यह आदेश निकाला है कि जो भी चिकित्सा विभाग में जिनकी मूल पोस्टिंग है उनको वही लगाया जाता है। चाहे आवश्यकता हो या नहीं हो, इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता।
या तो पूर्व चिकित्सा मंत्री अयोग्य थे या उन्होंने गलत तरीके से पदस्थापन करने का काम किया या वर्तमान चिकित्सा मंत्री जी योग्य हैं और अनुभव के आधार पर ठीक पदस्थापन करेंगे। लेकिन सीधा-सीधा आरोप सरकार के ऊपर यह है कि इन हजारों पदस्थापन के नाम पर लाखों रुपए की वसूली करने का काम सरकार करेगी। वह एक तरीके से सेवा करने वाली महकमे के अंदर भी इस तरीके से चंदा की प्रक्रिया शुरू करना, मेरे ख्याल से नितांत गलत है।
शर्मा ने कहा कि इसलिए सरकार को इसे गंभीरता से लेते हुए मेरिट के आधार पर पदस्थापन करें, तो ज्यादा बेहतर रहेगा।
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