पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि आरोपी और रुकमणी के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। किसी बात को लेकर अनबन हो जाने पर उसने रुकमणी बाई की गला घोट कर हत्या कर दी और सोते हुए 2 वर्षीय पुत्र को जिंदा ही मां के शरीर से तार से लपेट कर पत्थर बांध कुएं में फेंक दिया था। 3 महीनों बाद दोनों की लाश कुएं से मिली और घटना का खुलासा हुआ।
प्रतापगढ़ एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि 3 महीने पहले घासखेड़ा गांव निवासी भैरू लाल मीणा ने थाना अरनोद पर अपनी पत्नी व दो बच्चे की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। जिस पर एमपीआर दर्ज कर दोनों की तलाश की जा रही थी। धुलण्डी के दिन थानाधिकारी अजय सिंह को मुखबिर ने साखथली खुर्द निवासी दुर्गाशंकर डांगी के कुएं में महिला व बच्चे की लाश पड़ी होने की सूचना दी। इस पर थानाधिकारी मय टीम के मौके पर पहुंचे और कुएं से पानी खाली करवाया।
एसपी डॉ. दुहन ने बताया कि इस सूचना पर वे स्वयं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजीलाल मीणा एवं सीओ ऋषिकेश मीणा के साथ मौके पर पहुंचे। एसएचओ ने एक अन्य व्यक्ति के साथ कुएं में उतर कर हाइड्रो क्रेन की सहायता से महिला व उसके बच्चे की लाश को बाहर निकाला। मृतका के पति भेरूलाल को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया। जिसने दोनों की पहचान कर हत्या की रिपोर्ट पेश की। लाशों का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा कर अंतिम संस्कार करवाया गया।
मौके पर आवश्यक साक्ष्य जुटाए गए एवं मुखबिर नियुक्त किए गए। मुखबिर की सूचना पर संदिग्ध भेरू लाल डांगी को थाना अरनोद व सीओ प्रतापगढ़ की टीम ने डिटेन कर पूछताछ की तो उसने 22 दिसंबर 2021 की रात हत्या करना और सबूत मिटाने के लिए तार से लपेट पत्थर बांधकर कुएं में फेंकना स्वीकार किया। इस पर अभियुक्त भैरूलाल को गिरफ्तार कर घटना के संबंध में गहनता से अनुसंधान किया जा रहा है।
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