Skip to main content

आंध्र के साइबर क्रिमिनल ने राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम पर विधायक से मांगे रुपए, आरोपी को विशाखापट्टनम से दबोचा

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पारिवारिक फोटो व्हाट्सएप प्रोफाइल पर लगा कर तिजारा विधायक संदीप यादव से 30 हजार रुपए की मांग करने वाले शातिर साइबर क्रिमिनल पांडिरी विष्णु मूर्ति उर्फ विष्णु उर्फ सागर निवासी विशाखापट्टनम शहर को थाना भिवाड़ी पुलिस ने घटना की रिपोर्ट के मात्र 42 घंटों में 2200 किलोमीटर दूर विशाखापट्टनम से गिरफ्तार कर लिया है।

कार्रवाई को लेकर भिवाड़ी एसपी शांतनु कुमार सिंह ने बताया कि 24 अप्रैल को तिजारा विधायक संदीप यादव के व्हाट्सएप पर एक वर्चुअल नंबर जिसकी प्रोफाइल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पारिवारिक फोटो लगी थी से मैसेज आया। चैटिंग के दौरान विधायक से ऑनलाइन 30 हजार रुपये भेजने को कहा गया। शक होने पर उन्होंने मुख्यमंत्री के ओएसडी देवाराम सैनी से जानकारी प्राप्त कर भिवाड़ी पुलिस को सूचना दी।

एसपी कुमार ने बताया कि विधायक की रिपोर्ट पर थाना भिवाड़ी पर आईपीसी व आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर सीओ हरिराम कुमावत के सुपरविजन में थानाधिकारी जितेंद्र सिंह एवं उप निरीक्षक रजनी की दो टीमों का गठन किया गया। टीम ने वर्चुअल व्हाट्सएप नंबर की डिटेल प्राप्त की तो आईपी एड्रेस सिंगापुर का आया। विधायक को रुपए भेजने के लिए फोनपे व गूगल पे की जो डिटेल दी गई थी की जानकारी की तो लोकेशन विशाखापट्टनम आंध्र प्रदेश की आई।

इस सूचना पर दोनों टीमों को विशाखापट्टनम शहर भेजा गया। जहां उस पते पर कोई नहीं मिला। टीम ने स्थानीय व्यक्तियों से पूछताछ की एवं मुखबिर नियुक्त कर नए पते की जानकारियां जुटाई। नए पते पर मिले संध्या सिंह व उनके पति के. शिवा ने घटना के संबंध में अनभिज्ञता जताई और अपने दोस्त सागर द्वारा 24 अप्रैल को गूगल पे नंबर मांगना बताया। जिनसे आरोपी सागर के वर्तमान नंबर प्राप्त कर तकनीकी सहायता से शातिर साइबर क्रिमिनल पांडिरी विष्णु मूर्ति को गिरफ्तार किया गया।

विधायक-मंत्रियों से ठगे करीब 2 करोड रुपए से प्रेमिका को दिलाया फ्लैट:-
बता दें कि वर्ष 2019 में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगमोहन रेड्डी के नाम से 3 विधायकों व दो मंत्रियों के करीब एक करोड़ 80 लाख रुपए की ठगी की गई थी। जिसमें आंध्र प्रदेश पुलिस को अभियुक्त को पकड़ने में 5 महीने लगे थे। गिरफ्तार अभियुक्त ने इन वारदातों से ठगे रूपयों में से अपनी प्रेमिका को विशाखापट्टनम की पॉश कॉलोनी में 80 लाख रुपए खर्च कर एक लग्जरी फ्लैट दिलवाया था।

कंप्यूटर साइंस में बीटेक डिग्री होल्डर है आरोपी:-
पुलिस ने बताया कि पांडिरी विष्णु मूर्ति उर्फ विष्णु उर्फ सागर कंप्यूटर साइंस में बीटेक डिग्री धारक है, जो किसी का मोबाइल व कंप्यूटर हैक करने में माहिर है। आरोपी के विरुद्ध पूर्व में भी चार मुकदमे आईटी एक्ट के दर्ज हुए हैं। घटना के लिए वीपीएन के जरिए किसी दूसरे देश के इंटरनेट सर्वर का उपयोग कर ठगी की वारदात करता है। लोगों के फोन हैक कर उनकी कांटेक्ट लिस्ट प्राप्त करने के बाद वर्चुअल नंबर के जरिए जान पहचान वालों से व्हाट्सएप चैट कर रुपयों की मांग करता और उन रुपयों से अपने व अपनी प्रेमिका के महंगे शौक पूरा करता।

गिरफ्तारी में इनकी रही सराहनीय भूमिका:-
बता दें कि शातिर साइबर क्रिमिनल विष्णु मूर्ति की गिरफ्तारी में थानाधिकारी जितेंद्र सिंह, तकनीकी विशेषज्ञ हेड कांस्टेबल मोहनलाल तथा विशाखापट्टनम में 4 वर्ष आर्मी में नौकरी कर चुके कॉन्स्टेबल वीरेंद्र कुमार का भाषा रूपांतरण व स्थानीय जानकारी में विशेष योगदान रहा है।

Comments

Popular posts from this blog

DSP का महिला कांस्टेबल के साथ नहाते हुए का अश्लील वीडियो वायरल, DGP ने किया सस्पेंड, DSP ने वीडियो को बताया फेक

देवेंद्र शर्मा... राजस्थान पुलिस की वर्दी को शर्मिंदा करने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में एक पुलिस अफसर, एक महिला कांस्टेबल के साथ स्वीमिंग पूल में नहाते हुये व अश्लील हरकत करते हुये दिखाई दे रहे हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि स्वीमिंग पूल में एक बच्चा भी साथ में है। डीएसपी बच्चे के सामने ही महिला के साथ अश्लील हरकत करने में मस्त हैं। वीडियो वायरल होते ही डीजीपी एमएल लाठर ने डीएसपी को सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इस संदर्भ में अजमेर आईजी एस. सेंगाथिर का कहना है कि जांच के बाद डीएसपी को सस्पेंड किया गया है। अभी विभागीय जांच जारी है। तो वहीं डीएसपी हीरालाल सैनी का कहना है कि वे महिला को नहीं जानते हैं। वीडियो पूरी तरह से फेक है। इसे एडिट करके वायरल किया जा रहा है। मामले में महिला कांस्टेबल ने भी शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में बताया कि कोई उनका फेक वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर रहा है। एनएनएच न्यूज इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।

बैंक डकैती की योजना बना रहे इनामी समेत 6 बदमाश गिरफ्तार, 16 पिस्टल, देशी कट्टे व 32 जिंदा कारतूस बरामद

जयपुर। अलवर जिले की सदर थाना पुलिस ने डीएसटी व क्यूआरटी टीम के सहयोग से शाहपुर रोड पर स्थित सामुदायिक कॉन्प्लेक्स में बैठकर दलालपुर के एसबीआई बैंक में डकैती डालने की योजना बना रहे 5 बदमाशों को पकड़ कर दो पिस्टल व एक देशी कट्टा, 10 जिंदा कारतूस, धारदार चाकू, मिर्च पाउडर, लोहे की सब्बल, प्लास्टिक की रस्सी व दो मोटरसाइकिल जब्त की। मौके से एक बदमाश फरार हो गया था, जिसे बहरोड़ थाना पुलिस ने डीएसटी के सहयोग से 4 देशी पिस्टल, 8 देशी कट्टे, दो पिस्टल की खाली मैगजीन व 22 जिंदा कारतूस सहित गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई को लेकर अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध डॉ. रविप्रकाश ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश महेश गुर्जर पुत्र हुकमचंद (26), विक्रम गुर्जर पुत्र सुवालाल (24), विक्रम उर्फ विक्की उर्फ विक्रम खटोटी पुत्र मांडा राम गुर्जर (28) व महिपाल गुर्जर पुत्र उदमी राम थाना हरसोरा जिला अलवर एवं मोहर सिंह गुर्जर पुत्र उग्रसेन (28) थाना बानसूर अलवर, विकास स्वामी पुत्र लादूराम (19) थाना प्रतापगढ़ जिला अलवर के रहने वाले है। इनमे मोहर सिंह गुर्जर, विक्रम उर्फ विक्की गुर्जर व महिपाल गुर्जर 5-5 हजार रुपये ई

शास्त्री नगर थाना पुलिस को मिली सफलता: चिकित्साकर्मियों से मारपीट के मामले में दो आरोपियों को दबोचा

राजधानी जयपुर जिले के शास्त्री नगर थाना इलाके में स्थित सरकारी हॉस्पिटल में 2 दिन पूर्व चिकित्साकर्मियों से हुई मारपीट के मामले में शास्त्री नगर थाना पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। बता दें कि वैक्सीनेशन के दौरान चिकित्साकर्मियों से मारपीट हुई थी उसके बाद से ही नर्सिंग कर्मियों का प्रदर्शन करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग चल रही थी। मुकदमा दर्ज होते ही शास्त्री नगर थाना पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों को धर दबोचा है। पकड़े गए आरोपियों का नाम आलोक त्रिवेदी और रोहन सिंह है, जिनसे पुलिस की पूछताछ जारी है। आपको बता दें कि यह पूरी कार्रवाई शास्त्री नगर थाना अधिकारी दिलीप सिंह शेखावत के नेतृत्व में उनकी टीम ने अंजाम दिया है।