इस दौरान सांसद सुमेधानंद ने कहा कि तीन दिवसीय राजगढ़ दौरे के दौरान नगर पालिका चैयरमेन एडीएम, एसडीएम व स्थानीय लोगों जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों से गहन विचार-विमर्श करने के बाद जो तथ्य सामने आये है, वह गहलोत सरकार पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
सांसद ने कहा कि इस प्रकरण में राज्य सरकार को दोषी ढहराते हुए कहा कि जब उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश में दंगाइयों पर बुलडोजर चलाया जाता है तो गहलोत उनके रहनूमा बन जाते हैं, लेकिन दूसरी और राजस्थान में उनकी सरकार की सरपरस्ती में मंदिर व गरीबों के आशियानें उजाड़े जाते हैं। जिस प्रकार से 300 साल पुराना मंदिर तोड़ा गया और मूर्तियों को खंडित किया गया यह अराजकतापूर्ण है।
Comments
Post a Comment