बता दें कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इससे पहले भी लगभग 4 बार लोकेश शर्मा को पूछताछ के लिए बुलाया था। 24 जुलाई 2021, 22 अक्टूबर 2021, 12 नवम्बर 2021 और 6 दिसम्बर को भी बुलाया था लेकिन 6 दिसम्बर को किसी कारणवश वह क्राइम ब्रांच के समझ पेश नहीं हुए थे।
गौरतलब है कि लगभग 02 वर्ष पूर्व यानी 2020 में तथाकथित ऑडियो वायरल हुआ था। इस ऑडियो ने राजस्थान की राजनीति में हलचल मचा दी थी। सचिन पायलट कैम्प की बगावत के बीच 3 ऑडियो टेप जारी किए गए। जिसमें कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त की बात सामने आई थी। यह तथाकथित ऑडियो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा की ओर से जारी किए गए थे। जिसमें शक के घेरे में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आए थे। गजेंद्र सिंह शेखावत ने फोन टैपिंग को गलत बताते हुए दिल्ली में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें मुख्यमंत्री गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा का नाम था। उस दौरान दिल्ली पुलिस ने मार्च 2021 में फोन टैपिंग का मामला दर्ज किया था।
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