अमृत कुंज योजना: पूर्व आवंटियों को नई योजना अमृत कुंज-द्वितीय में लॉटरी से किया भूखण्डों का आवंटन,आवंटियों में खुशी की लहर
जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा अमृत कुंज योजना के पूर्व आवंटियों को नई योजना अमृत कुंज-द्वितीय का सृजन करते हुए भूखण्डों का आवंटन लॉटरी के माध्यम से किया गया।
जयपुर विकास आयुक्त रवि जैन ने बताया कि जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा ग्राम कालवाड़ में अमृत कुंज योजना का सृजन वर्ष 2010 में किया गया था। आवंटी भूखण्ड नहीं मिलने के कारण कई वर्षों से परेशान थे। पूर्व में सृजित अमृत कुंज योजना में कुल 1426 भूखण्ड थे। योजना में उच्च न्यायालय द्वारा पूर्व में स्थगन आदेश दिया गया था, जिस कारण आवंटियों को मौके पर कब्जा नहीं दिया जा सका था।
जेडीए द्वारा सफल भूखण्डधारियों के लिए अमृत कुंज-द्वितीय योजना सृजित करने का निर्णय लिया गया। योजना में मौके पर जेडीसी द्वारा त्वरित सीमांकन व अन्य विकास कार्य शीघ्र करने के निर्देश दिये गये। जिससे शीघ्र योजना सृजित कर आवंटियों को भूखण्डों का आवंटन संभव हो पाया है।
योजना में मौके पर भूमि का सीमांकन किया जा चुका है एवं विकास कार्य किये जा रहे है। पूर्व में क्षेत्रफल 30, 54, 120 व 225 वर्गमीटर भूखण्ड लॉटरी से आवंटित किये गये, जिसके पेटे आवंटियों द्वारा सम्पूर्ण राशि जमा करा दी गयी है। ऐसे आवंटियों को नवसृजित योजना अमृत कुंज-द्वितीय में लॉटरी के माध्यम से नागरिक सेवा केन्द्र जविप्रा, जयपुर में भूखण्डों का आवंटन किया गया है। आवंटित भूखण्डधारियों को नवसृजित योजना में विनिमय पत्र देने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
Comments
Post a Comment