राजसमंद शहर को तीन भागों राजनगर, कांकरोली, धोइंदा में विभाजित कर ब्राह्मण समाज, जैन समाज, राजपूत समाज, वागरिया समाज, कुमावत समाज, वैष्णव समाज, श्रीमाली समाज, भील समाज, गायरी समाज, सालवी समाज, गर्ग समाज, लोहार समाज, गुर्जर समाज, राव समाज, नंदवाना समाज, खत्री समाज, माली समाज, सेन समाज, भोईराज समाज, यादव समाज, दर्जी समाज, लखारा समाज, प्रजापत समाज, कालबेलिया समाज, वस्वर्णकार समाज, तेली साहू समाज, सेठिया समाज, फूल माली समाज, दिगम्बर जैन समाज, सुथार समाज, पूरी गोस्वामी समाज, बैरवा समाज, खटीक समाज, टॉक कलाल समाज, रेगर समाज, वाल्मीकि समाज, राजपुरोहित समाज, हरिजन समाज, अग्रवाल समाज, माहेश्वरी समाज, धोबी समाज, चारण समाज, नाथ सम्प्रदाय, बंजारा समाज, सोनी समाज, शर्मा समाज, खंडेलवाल समाज, गौरवा समाज, सनाढ्य समाज, दाधीच समाज, सिंधी समाज, मोची समाज, बोहरा समाज आदि समाजों को निमंत्रण देने का कार्य चल रहा है।
समाज सम्पर्क प्रमुख लिलेश खत्री ने बताया की सम्पर्क टोली में गिरिराज कुमावत, सुशील बडाला, धनेंद्र मेहता, अनिल खंडेलवाल, शिवलाल खिंची, रमेश चरण, गिरिजाशंकर पालीवाल, जीवन सिंह चारण, नंदकिशोर रेगर, भेरूलाल कच्छारा, लोकेश पालीवाल, रमेश पालीवाल, प्रकाश जोशी, सुभाष सेन, बद्रीलाल, कमलेश, मनोहर, लक्ष्मण सिंह राव, दुर्गेश यादव, प्रह्लाद वैष्णव, प्रदीप खत्री, मांगीलाल गायरी, नीलकंठ सोनी सहित नववर्ष समारोह समिति राजसमंद के कई कार्यकर्ता व पदाधिकारी आयोजन की व्यवस्थाओं को संभाले है।
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