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राजस्थान एम्बुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल स्थगित...

जयपुर। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राजस्थान एम्बुलेंस कर्मचारियों ने प्रदेशभर में हड़ताल करने की चेतावनी दे रखी थी उस पर विराम लग गया है. एम्बुलेंस कर्मचारियों की कुछ मांगों पर सरकार ने सहमति जताई. जिसके चलते राजस्थान एम्बुलेंस कर्मचारियों ने हड़ताल स्थगित करने का फैसला लिया है. राजस्थान एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि एम्बुलेंस कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर 12 तारीख को हड़ताल का एलान किया गया था लेकिन हड़ताल से पहले ही सरकार ने वार्ता के लिए एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों को वार्ता के लिये बुलाया. शेखावत ने बताया कि चार दौर की वार्ता हुई जिसमें पहले दौर की वार्ता में मिशन निदेशक नरेश कुमार ठकराल, परियोजना निदेशक अनिल पालीवाल व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्य अधिकारी व यूनियन पदाधिकारी शामिल हुई. जिनमें सभी मुद्दों पर चर्चा की गई लेकिन सहमति नहीं बनी. तो वहीं दूसरे दौर की वार्ता राजस्थान उच्च न्यायालय के AAG विभूति भूषन शर्मा की मध्यस्ता में परियोजना निदेशक अनिल पालीवाल व यूनियन पदाधिकारी के साथ वार्ता हुई जिसमें कुछ मुद्दों पर

वार्ता के बाद लिया जाएगा हड़ताल का निर्णय, एम्बुलेंस कर्मचारियों से होगी वार्ता

देवेंद्र शर्मा... राजस्थान एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह शेखावत बताया कि एम्बुलेंस कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को सोमवार से हड़ताल की चेतावनी दे रखी थी लेकिन आज परियोजना निदेशक अनिल पालीवाल ने कल सुबह 11 बजे वार्ता के लिए बुलाया गया है. बता दें कि एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों के साथ कल सुबह 11 बजे मिशन निदेशक नरेश कुमार ठकराल के कार्यालय में वार्ता होगी और अब वार्ता के बाद ही हड़ताल का निर्णय लिया जायेगा. इस संदर्भ में शेखावत ने बताया कि एम्बुलेंस कर्मचारी अक्टूबर 2019 से अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत हैं लेकिन आजतक आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला जबकि एम्बुलेंस कर्मचारी पूरे कोराना काल में प्रथम सिपाही बनकर प्रदेशवासियों की सेवा कर रहे हैं लेकिन सरकार द्वारा एम्बुलेंस कर्मचारियों की अनदेखी कर रही है. उन्होंने बताया कि एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन के प्रतिनिधि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारियों से पिछले 6 माह से लगातार वार्ताएं चल रही है. बता दें कि कुछ दिन पूर्व राजस्थान एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन के बैनर तले जयपुर में एम्बुलेंस कर्मचारियो

विदेशों में भी छाया गहलोत सरकार का "नो मास्क-नो एंट्री" का स्लोगन

राजस्थान की गहलोत सरकार का 'नो मास्क-नो एंट्री' का स्लोगन पूरी दुनिया में काफी मशहूर हो रहा है. गहलोत सरकार की जन जागरूकता पहल को अपनाते हुए अब इंग्लैंड के अस्पताल में भी 'नो मास्क-नो एंट्री' के स्टीकर्स लगाए जा रहे हैं. इस संबंध में वेक्सहम पार्क हॉस्पिटल में काम करने वाली लीड मिडवाइफरी सारा कॉक्सन ने पाली के मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. हरीश कुमार को एक ईमेल लिखा है और राजस्थान की गहलोत सरकार द्वारा चलाए जा रहे 'नो मास्क-नो एंट्री' स्लोगन की प्रशंसा की है और अपने अस्पताल में इसी तरह के 'नो मास्क-नो एंट्री' के स्टीकर्स लगवाए हैं. उन्होंने लिखा है कि कोरोना को रोकने में इस तरह के छोटे आइडियाज का आदान-प्रदान काफी उपयोगी साबित हो सकता है. बता दें कि वेक्सहम पार्क हॉस्पिटल नेशनल हेल्थ सर्विस हॉस्पिटल है. यह बकिंघमशायर के वेक्सहम में स्थित है. इसे फ्रिमली हेल्थ एनएचएस फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा चलाया जाता है. गौरतलब है कि राजस्थान की गहलोत सरकार ने राजस्थान में 2 मार्च 2020 को कोरोना का पहला केस सामने आते ही सक्रियता दिखाई थी और शुरू से ही लोगों को मास्क पहनने

किसान विरोधी कानून के खिलाफ कांग्रेस का सम्मेलन: CM गहलोत बोले-'ऐसे वक्त में ऐसे कानून लाना अच्छी बात नहीं है'

देवेंद्र शर्मा जयपुर.  किसान विरोधी कानून के खिलाफ राजस्थान कांग्रेस ने एआईसीसी के निर्देश पर राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन का आयोजन किया. प्रदेश में गहलोत सरकार द्वारा इस सम्मेलन का आयोजन जयपुर के बिड़ला सभागार में हुआ. इस सम्मेलन में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, एआईसीसी सचिव तरुण कुमार, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, मंत्री लालचंद कटारिया, किसान नेता ऋद्धकरण चौधरी और कांग्रेस सरकार में मंत्री सहित कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का संबोधन... किसान विरोधी कानून के खिलाफ आयोजित हुये सम्मेलन को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना सं​क्रमण को लेकर सरकार ने जो गाइड लाइन जारी कर रखी है उसका पालन करना होगा. उन्होंने कहा कि कई बार देखा गया है कि कार्यक्रमों में लोगों के मुंह पर मास्क तो होता है लेकिन सोशल डिस्टें​सिंग भूल जाते है, इसका भी विशेष ध्यान रखना होगा. तो वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुये कहा कि कोरोना के कारण अब तक 1 लाख से अधिक लोग इस महामारी से मारे जा चुके हैं तो उसके अंदर क्या जरूरत पढ़ गई

जयपुर में लोन दिलाने का झांसा देकर महिला व्यवसायी से दुष्कर्म...

देवेंद्र शर्मा... जयपुर के आदर्श नगर थाना इलाके में बैंक लोन दिलाने का झांसा देकर तथाकथित सीए ने एक महिला व्यवसायी से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. मामले को लेकर थानाधिकारी अरूण सिंह का कहना है कि जवाहर नगर निवासी एक महिला कपड़े का व्यवसाय करती हैं. उन्होंने मामला दर्ज कराया है कि बैंक लोन के लिए उसकी सीए से बातचीत चल रही थी और लोन दिलाने का झांसा देकर आरोपित सीए ने लगभग  एक पखवाड़ा पूर्व उसके साथ दुष्कर्म किया. मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को पीड़िता ने नींद की अत्यधिक गोलियों का सेवन कर लिया. जिसके कारण पीड़िता की तबीयत खराब होने पर परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया. जहां पर मेडिकल सूचना पर पहुंची पुलिस ने पर्चा बयान के आधार पर आरोपित सीए के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश: वारदात में सफल होने पर देते थे बलि...

देवेंद्र शर्मा... जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शंकर दत्त शर्मा के निर्देशन में डीएसटी और दूदू थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर सफलता हासिल की है. टीम ने ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगों को नकली सोना, असली बताकर ठगी कर फरार हो जाते थे. टीम ने कार्रवाई करते हुये इस मामले में गिरोह के दो शातिर सदस्यों को दबोचा है. जयपुर ग्रामीण एसपी शंकरदत्त शर्मा ने बताया कि जयपुर ग्रामीण जिले की जिला स्पेशल टीम (डीएसटी) और दूदू थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नक़ली सोना को असली बताकर ठगी करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है. शर्मा ने बताया कि इनके बारे में मुखबिर से सूचना मिली थी. सूचना को पुख्ता करते हुये इन्हें दूदू पुलिया के नीचे से गिरफ़्तार किया गया है और इनके पास से टीम ने लगभग डेढ़ किलो नक़ली सोना बरामद किया है. आरोपितों की पूरे देश में छोटे-छोटे कई गिरोह सक्रिय है ये गैंग बाड़मेर, जालौर में बैठकर पूरे हिन्दुस्तान में वारदातों को अंजाम देते हैं. पूछताछ में सामने आया है कि पकड़े गये आरोपी इस तरह की वारदात में सफल होने के बाद बकरे की बलि देकर देवताओं को प्रसन्न करते हैं. ये लोग गांव कस्ब